हमारे देश में ज्यादातर लोग विटमिन-डी (vitamin-D) की कमी से जूझ रहे हैं। ऐसे में हम आपको बता रहे हैं उन बेसिक संकेतों के बारे में जो आपको बता सकते हैं कि कहीं आपको भी तो नहीं हो गई है विटमिन डी की कमी।
हर वक्त थकान महसूस होना
शरीर में विटमिन डी की कमी होने का सबसे बड़ा संकेत है हर वक्त थकान महसूस होना। अगर सही डायट का सेवन करने और रात में 7-8 घंटे की नींद लेने के बाद भी थकान महसूस हो रही है तो हो सकता है कि ये विटमिन डी की कमी की वजह से हो। इस विटमिन की कमी की वजह से हद से ज्यादा थकान महसूस होती है। लिहाजा अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है तो अपना ब्लड टेस्ट करवाएं और जानने की कोशिश करें कि कहीं आपके शरीर में इस सनशाइन विटमिन की कमी तो नहीं हो गई।
पीठ और हड्डियों में हर वक्त हो दर्द
विटमिन डी शरीर में कैल्शियम को सोखने के लिए भी जरूरी होता है। हड्डियों, मांसपेशियों और दांत को मजबूत बनाए रखने के लिए कैल्शियम का सेवन जरूरी है। लेकिन कैल्शियम शरीर में तब तक अब्जॉर्ब नहीं होगा जब तक शरीर में विटमिन डी ना हो। ऐसे में अगर आपको अक्सर पीठ में दर्द रहता हो, हड्डियों दर्द रहता हो तो ये भी विटमिन डी की कमी के संकेत हो सकते हैं। शरीर में लंबे समय तक रहने वाले दर्द और विटमिन डी की कमी के बीच भी लिंक है।
चोट का जल्दी ठीक ना होना – “calcium ki kami ke lakshan”
अगर आपको कहीं चोट लग जाती है लेकिन उस चोट को ठीक होने में जरूरत से ज्यादा वक्त लग रहा है तो ये भी शरीर में विटमिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। इंफेक्शन से लड़ने और शरीर में सूजन जलन को रोकने में मदद करता है विटमिन डी। ऐसे में जब शरीर में इस विटमिन की कमी हो जाती है तो घाव के ठीक होने की प्रक्रिया स्लो हो जाती है।
डिप्रेशन और मूड खराब
अगर आपको हर वक्त डिप्रेशन और ऐंग्जाइटी फील होती है और आपका मूड बात-बात पर खराब हो जाता है तो ये भी आपके खून में विटमिन डी की कमी का संकेत हो सकता है। लिहाजा धूप में जाएं, सुबह-सुबह की गुनगुनी धूप और सूरज की रोशनी में खुलकर सांस लें। सनलाइट में रहने से न सिर्फ विटमिन डी मिलता है बल्कि डिप्रेशन दूर होता है, मूड फ्रश और हैपी रहता है।
बालों का गिरना
हेयर फॉल या हेयर लॉस सिर्फ डैंड्रफ या फिर केमिकल वाले प्रॉडक्ट्स यूज करने से नहीं होता बल्कि अगर शरीर में विटमिन डी की कमी हो जाए तो इस वजह से भी बहुत ज्यादा बाल गिरने लगते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यही वो न्यूट्रिएंट है जो हेयर फॉलिकल्स को बढ़ने में मदद करता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो बहुत ज्यादा बाल गिरने लगते हैं।